गोरखपुर : किसी भी दस्तावेज से अंगूठे का निशान मिलने के बाद उसका क्लोन तैयार कर जालसाजों ने ग्राहक सेवा केन्द्र के माध्यम से ढाई करोड़ की जालसाजी करने वाले गिरोह का पुलिस ने शनिवार को भंडाफोड़ किया।
इस मामले में अधिवक्ता समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो लोग फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से भारी मात्रा में क्लोन के निशान, 1500 से ज्यादा आधार कार्ड नंबर और भी कई सारी चिजे मिले हैं।
गोरखपुर एसएसपी जोगिंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि रामगढ़ताल इलाके के सुनील कुमार सिंह के खाते से 20000 रुपये की जालसाजी की शिकायत पुलिस के पास आई थी।
पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि इसके पीछे एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। लल्ला सिंह ने फर्जी ग्राहक सेवा केंद्र खोल लिया था और फिर उसी आईडी का इस्तेमाल कर फ्रॉड किया जा रहा था।
अधिवक्ता उपेंद्र रजिस्ट्री दफ्तर से नकल के माध्यम से अंगूठे के निशान और आधार कार्ड नंबर हासिल करता था। इसके बाद अन्य लोग मिलकर क्लोन की मदद से फिंगर प्रिंट तैयार करते थे और ग्राहक सेवा केंद्र से रुपये फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देते थे। बाद में एटीएम की मदद से रुपये निकाल लेते थे।
बरामद हुई बस्तुए
गोरखपुर पुलिस ने 775 फिंगरप्रिंट, 4 बायोमैट्रिक डिवाइस, 9 विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, 12 सिम कार्ड, 10 मोबाइल, 135 रजिस्ट्री पेपर, 1574 आधार कार्ड डाटा, एक लैपटॉप, दो चार पहिया वाहन, 44800 नगद, एक प्रिंटर और एक स्केनर बरामद किया है।
इनके दो साथी फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तारी करने वाली टीम को 50 हजार का इनाम दिया जायेगा ।
जाने कौन है ये जालसाज
आरोपितों की पहचान पीएसी कैंप बिछिया निवासी कृष्ण नंदन पांडेय, पादरी बाजार निवासी जय शंकर यादव, शाहपुर के चरगांवा निवासी नरेंद्र रंजन, खजनी के भगवानपुर निवासी अधिवक्ता सुधीर कुमार पासवान, खलीलाबाद निवासी मनोज कुमार यादव, कुशीनगर के अहिरौली थाना क्षेत्र के मुंडेरालाला निवासी निवासी सदानंद श्रीवास्तव, नंदानगर निवासी उपेंद्र सिंह और बिछिया निवासी लल्ला कुमार सिंह के रूप में हुई है।
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