गोरखपुर : Gorakhpur Mahotsav मे जब Ravi Kishan और Alka Yagnik ने अपनी प्रस्तुति दिया तो , लोगो की बस तालिया ही सुनाई दे रही थे । अल्का के गाने पर महोत्सव मे बैठे सभी लोग झुम उठे । लेकिन वही लोगो के अनुसार महोत्सव मे कही न कही कुछ ऐसा रहा जिससे लोग खुश नही है ।
सोसल मिडिया के माध्यम से गोरखपुर वासियो ने अपना दर्द व्यक्त किया है । कई लोगो ने फेसबुक पर पोस्ट कर बोला की सैफई महोत्सव मे नंगई होती थी तो गोरखपुर महोत्सव मे दबंगई होती है ।
लोगो ने अपना दर्द व्यक्त करते हुवे कहा की , गोरखपुर महोत्सव आम जनता का महोत्सव नही है बल्कि यह अधिकारियो का महोत्सव है ।
पिछली रात यानि शनिवार को बालीबुड गायिका अलका याग्निक एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीत गा रही है , लेकिन उनके गीत -गाने को सुनने के लिए श्रोताओं की संख्या बेहद कम रही । इसका कारण यह नही था कि लोग अलका और उनके गानो को पसंद नही करते है बल्कि आमंत्रण पत्र न होने के कारण वे पंडाल में एंट्री न कर पाए, नतीजन कुर्सियां खाली रह गईं । गोरखपुर के लोगो ने सोशल मिडिया के माध्यम से अपना गुस्सा व्यक्त किया है ।
व्यापारीयो को भी नही मिले Gorakhpur Mahotsav. के पास
गोरखपुर यूनिवर्सिटी के शिक्षक, कर्मचारी और छात्र नेताओं ने आमंत्रण पत्र नहीं मिलने पर नाराजगी जताई है तो वहीं व्यापारी संगठनों और उद्यमियों ने भी नाराजगी व्यक्त किया है ।
कहा जा रहा है कई पुलिस अधिकारियो को भी पास नही मिले है , अब सवाल यह आ रहा इतने सारे लोगो को पास नही मिले तो आखिर पास गये तो कहा गये । यह भी आरोप लग रहे हैं कि पिछली बार की ही तरह इस बार भी गोरखपुर महोत्सव के पास जिम्मेदार लोगों ने अपने चहेतों में बांट दिए हैं जिसकी वजह से लोगो को पास नही मिल पाये है ।
गोरखपुर शहर के उद्यमियों और व्यापारी संगठनों को भी पास नही मिले है जिसको लेकर सोशल मिडिया पर काफी चर्चे हो रहे है ।
सोशल मिडिया के कुछ पोस्ट