कुशीनगर : कुशीनगर के एक देश के जवान की सोमवार देर रात जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में ड्यटी के दौरान हिमस्खलन में दबने से मौत हो गई । मंगलवार सुबह जब यह बात परिजनो को पता चली तो पुरे परिवार मे कोहराम मच गया । जवान के मौत की खबर से पुरे गाव मे मातम का माहोल है , बुधवार दोपहर तक शव की आने की उम्मिद है ।
सेवरही क्षेत्र के दुमही गाव के निवासी रामबल्लम चौरसिया का छोटा बेटा चन्द्रभान ( 27) जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के मच्छल सेक्टर में 45 आरआर बटालियन में तैनात था , सोमवार की रात हिमस्खलन के कारण बर्फ में दबने से चार जवान शहीद हो गये। जिसमे चंद्रभान भी शामिल था ।
चन्द्रभान की 2016 मे बिहार के पिंकी से शादी हुई थी , पिंकी और चंद्रभान के दो बेटे है आर्यन और आयुष । आर्यन की उम्र तीन साल है और आयुष की उम्र करिब एक साल है । पिता रामबल्लम का सहारा छिन गया उनका रो-रोकर बुरा हाल है , पत्नि पिंकी रोते – रोते कई बार बेहोश हो जा रही थी । वही खडे आर्यन और आयुष सबकी तरफ बस देख रहे थे । परिजनो का चिख – पुकार सुनकर किसी का भी कलेजा दहल जायेगा ।
परिवार
रामबल्लम का एक छोटा परिवार है। उनका बड़ा बेटा उदयभान मद्रास में एक प्राइवेट कम्पनी में प्राईवेट नौकरी करता है । रामबल्लम पहले कोयले की खदान मे काम करते थे , छोटे बेटे चंद्रभान से सभी को उम्मिदे थी , लेकिन सारी उम्म्मीदे टुट गयी । चंद्रभान पुरे गाव के लोगो को बहुत ही ज्यादा पसंद था , गाव वालो के अनुसार उसका व्यवार मिलनसार था जिसकी वजह से उसे सभी पसंद करते थे । चन्द्रभान की मौत से पुरे गाव मे मातम छा गया है ।
पिता ने क्या कहा
गाव के और भी बहुत सारे लोग रामबल्लम मे मिल रहे थे ,लेकिन उनके चेहरे पर कोई शिक्स नही था , पिता का कहना था कि बङे बेटे की उम्र ही नही नौकरी करने की नही तो उसे भी देश की रक्षा के लिए बार्डर पर भेज देता । उन्होने कहा मुझे दुख है कि देश को कोई और सिपाही नही दे पाउंगा । हमे गर्व होना चाहिए ऐसे पिता पर , रामबल्लम एक सच्चे देशभक्त है ।