गोरखपुर : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एग्जाम कमेटी ने स्नातक (UG) प्रथम व द्वितीय वर्ष और परास्नातक प्रथम वर्ष (PG) के छात्रों को प्रमोट करने वाले नियमावली को मंजूरी दे दी।
प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट कर अगली कक्षा में भेजने पर मुहर लग गयी है। समिति के फैसले का लाभ गोरखपुर विश्वविद्यालय व संबद्ध गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, देवरिया के महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को मिलेगा।
बैठक में वर्ष 2019-20 में छात्रों को प्रमोट करने व परीक्षा परिणाम जारी करने के सम्बंध में नियमों को तय कर अंतिम रूप दिया गया है ।
इसे कोविड-19 परीक्षा एवं परिणाम नियमावली का नाम दिया गया है । बता दे कि यह सिर्फ इसी साल यानि 2020 की परीक्षा के लिए ही लागू होगा। इसमें स्नातक (UG) प्रथम एवं द्वितीय वर्ष और परास्नातक(PG) प्रथम वर्ष के छात्रों को प्रमोट करने के नियम तय किए गए।
इस नियमावली मे साफ कहा गया कि जिन विषयों व प्रश्न-पत्रों की परीक्षा हो चुकी है उनके रिजल्ट नियमानुसार जारी किए जाएंगे।
- अगर कोई छात्र बैक पेपर के लिए अर्ह है तो उसे अगले सत्र के लिए प्रमोट कर दिया जाएगा।
- अगर कोई छात्र बैक पेपर के लिए अर्ह नहीं है और एक से अधिक विषय में फेल है तो उसे फेल ही घोषित किया जाएगा
विद्यार्थियों को दिए जाएंगे औसत नम्बर
बता दे कि इस नियमावली में यह तय किया गया है कि छात्रों को औसत नम्बर देकर प्रमोट किया जा रहा है। अगर कोई छात्र इन नम्बर से संतुष्ट नहीं है तो अगले साल बैक पेपर में शामिल होकर अपने रिजल्ट मे सुधार करने का प्रयास कर सकता है।
द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को प्रथम वर्ष के नम्बर के आधार पर ही दिये जायेंगे औसत नम्बर
स्नातक(UG) द्वितीय वर्ष के छात्रों की जिन विषयों की परीक्षाएं नहीं हुई होंगी। उसमें औसत अंक प्रथम वर्ष में प्राप्त नम्बर के आधार पर दिया जाएगा।
प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को नहीं मिलेंगे औसत नम्बर
स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को इस साल के रिजल्ट में औसत नम्बर नहीं देने का फैसला किया गया है। जिन विषयों की परीक्षाएं हो गई हैं, छात्रों को उनके नम्बर मिलेंगे। इसके अलावा जिन विषयों की परीक्षाएं नहीं हुई है, उनमें छात्रों को प्रोन्नत(प्रमोट) कर दिया जाएगा। लेकिन कोई अंक नहीं दिया जाएगा।
जब ये छात्र साल 2021 में स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा देंगे तो उस परीक्षा के नम्बर के आधार पर ही इन्हे प्रथम वर्ष मे औसत नम्बर देकर रिजल्ट जारी किया जायेगा । यही नहीं यदि वर्ष 2021 में स्नातक द्वितीय वर्ष में कोई छात्र फेल हो जाता है। तो उसके द्वारा उस वर्ष समस्त सैद्धांतिक विषयों के प्राप्तांकों के औसत को ही उसके प्रथम वर्ष का औसत नम्बर माना जाएगा ।
फाइन्ल ईयर के छात्रों को देनी होगी परीक्षा
शासन के नियमो के अनुसार स्नातक एवं परास्नातक अंतिम वर्ष के छात्रों को परीक्षा देनी होगी। उसके प्राप्तांक से ही उनके परीक्षा परिणाम जारी होंगे। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर का एग्जाम कराने के लिए प्रशासन को प्रपोजल भेजा गया है। शासन की अनुमति के बाद ही परीक्षाएं कराई जा सकेंगी। सितंबर के पहले सप्ताह तक परीक्षा शुरू होने की उम्मीद है।
इस साल अंकपत्र और प्रमाणपत्र पर होंगे छात्रो के फोटो
गोरखपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के अंकपत्र पर अब फोटो लगेगी। इस फैसले पर कुलपति प्रो. वीके सिंह ने शनिवार को मुहर लगा दी है। फोटोयुक्त अंकपत्र से फर्जीवाड़े की गुंजाइश कम हो जाएगी। प्रमाणपत्रों पर भी विद्यार्थियों की फोटो लगेगी।