कुशीनगर : लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे देश में हुए 21 दिन के लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो रहा है। हाटा क्षेत्र के सुकरौली ब्लाक के ग्राम पंचायत बरसैना गांव में ग्राम प्रधान के द्वारा जारी इस लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए बाहर गांव से कुछ मजदूरों को बुलाकर गांव में इंटरलाकिंग सड़क का निर्माण कार्य करा रहे थे। कुछ ग्रामीणों की सूचना पर जब सोमवार को पुलिस कार्य स्थल पर पहुंची तो इंटरलाकिंग सड़क का निर्माण कर रहे मजदूर जैसे ही पुलिस को अपने तरफ आते हुए देखा तो पुलिस से डरकर वहा से भाग गए।
लॉकडाउन के कारण ग्राम पंचायतों में मनरेगा मजदूरों से कराएं जाने वाले कार्यो पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।और इसके लिए शासन ने मनरेगा मजदूरों के खाते में एक हजार रूपये और निःशुल्क राशन समाग्री भी दे रही है। लेकिन वही विधानसभा हाटा क्षेत्र के सुकरौली ब्लाक के ग्राम पंचायत बरसैना गांव में लॉकडाउन में मनरेगा सहित अन्य ग्राम पंचायत के कार्यो पर रोक के बावजूद भी ग्राम प्रधान बरसैना गांव के कोटेदार महेन्द्र प्रसाद के घर से उत्तर हरिजन बस्ती तक लगभग 200 मीटर तक इंटरलाकिंग सड़क का निर्माण कार्य करीब एक सप्ताह से बाहर गांव से कुछ मजदूरों को बुलाकर करा रहे थे।
112 पर दी गयी जानकारी
इंटरलाकिंग सड़क निर्माण कार्य के लिए बाहर गांव से दर्जनों मजदूरों को गांव में कार्य करने के लिए बुलाया गया था।जब सोमवार को ग्रामीणों ने इसकी जानकारी 112 नम्बर पुलिस को दी। मौके पर साढ़े ग्यारह बजे पहुंची पुलिस को देख कर इंटरलांकिग का कार्य कर रहे मजदूर वहा से भाग निकले।गांव के सोनू सिंह,गौरव सिंह सहित और कई ग्रामीणों का कहना है कि हम लोगों के द्वारा मना किया गया तथा वही सुकरौली ब्लाक के जिम्मेदारों से भी इसकी शिकायत की गई थी । इसके बावजूद भी नही बंद हुआ इंटरलांकिग का कार्य तो 112 नम्बर पर स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई।
अगर कोई ग्राम पंचायत लॉकडाउन का उलंघ्घन किया तो जानिए क्या होगा |
कोरोना संक्रमण के इस लड़ाई में जारी हुए 21 दिन के सख्ती लॉकडाउन के दौरान शासन द्वारा ग्राम पंचायत के सभी कार्यो पर रोक लगा दी गई है।अगर कोई ग्राम पंचायत इस संकट की घडी में लॉकडाउन का उलंघ्घन कर काम कराती है तो प्रसाशन के द्वारा ग्राम पंचायत के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।