BEMS Full Form in Medical Hindi : हमारे देश में बहुत सारे ऐसे छात्र हैं जो अपने जीवन में कुछ बेहतर या अच्छा करने की कोशिस करते हैं लेकिन उन्हे सही करियर गाइडेंस नही मिल पाने के कारण वे अपने जीवन में कुछ बेहतर नही कर पाते हैं। बहुत सारे छात्र ऐसे भी है जो पढने में तो काफी अच्छे हैं लेकिन उन्हे जिस फिल्ड में रूची है उस फिल्ड में करियर बनाने के लिए कौन सा कोर्स बेहतर रहेंगा, इससे सम्बंधित जानकारी उनके पास नही होती है। ऐसे ही बहुत सारे छात्र पूछते हैं कि BEMS Course क्या है, BEMS Full Form क्या है।
ऐसे ही जो भी छात्र BEMS Course सम्बंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं ऐसे ही सभी छात्रो के लिए हमने यह लेख लिखा है। इस लेख में हम आपको इलेक्ट्रो होम्योपैथी कोर्स से सम्बंधित सभी तरह की जानकारी प्रदान करने वाले हैं, जैसे- कोर्स की योग्यता, लाभ, कोर्स ड्युरेशन, फीस, कॉलेज लिस्ट, सैलेबस आदि। अगर आपको भी इस कोर्स में रूची है तो आप इस लेख को अंत तक पढ सकते हैं। यह लेख आपके लिए फाय्देमंद साबित हो सकता है।
BEMS Full Form in Hindi & English
दोस्तो, चलिए सबसे पहले जानते हैं कि बीईएमएस का फुल फॉर्म क्या होता है? तो आपके जानकारी के लिए बता दे कि BEMS Full Form in Hindi – बैचलर ऑफ़ इलेक्ट्रो-होमियोपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी होता है।
और BEMS FULL FORM – Bachelor of Electro Homeopathy Medicine and Surgery होता है।
बीईएमएस का फुल फॉर्म क्या है?
बीईएमएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ इलेक्ट्रो-होमियोपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी होता है।
बीईएमएस कोर्स क्या है? (BEMS Course Details in Hindi)
बीईएमएस (BEMS) का पूरा नाम बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो-होम्योपैथी मेडिसिन और सर्जरी है। यह एक स्नातक डिग्री कोर्स है जिसमें विद्यार्थियों को प्राकृतिक विधि से जड़ी-बूटियों के अर्क के माध्यम से दवाइयों का निर्माण करने की प्रक्रिया सिखाई जाती है। यह डिग्री कार्यक्रम 4.5 वर्ष की अवधि का होता है और 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स में आयुर्वेद के माध्यम से बीमारियों के उपचार के लिए तैयारी की जाती है।
B.E.M.S. Course के मुख्य हाइलाइट्स:
- यह एक चार वर्षीय स्नातक डिग्री कोर्स है।
- इसमें इलेक्ट्रोहोम्योपैथी मेडिसिन और सर्जरी के बारे में पढ़ाई की जाती है।
- यह कोर्स छात्रों को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए प्राकृतिक उपचारों की जानकारी देता है।
- इस डिग्री को पूरा करने के बाद, छात्र इलेक्ट्रोहोम्योपैथी डॉक्टर और सर्जन के रूप में अपनी प्रैक्टिस कर सकते हैं।
B.E.M.S. के पाठ्यक्रम में शामिल विषय
- एनैटॉमी
- फिजियोलॉजी
- बायोकेमिस्ट्री
- पैथोलॉजी
- माइक्रोबायोलॉजी
- फार्माकोलॉजी
- सर्जरी
- मेडिसिन
- इलेक्ट्रोहोम्योपैथी,
- वैकल्पिक चिकित्सा, और प्राकृतिक उपचार से संबंधित विषय
BEMS Course कौन कर सकता है? (Eligibility)
बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो-होम्योपैथी मेडिसिन और सर्जरी (BEMS) कोर्स करने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड होते हैं:
- उम्मीदवारों को अपनी 10+2 परीक्षा को विज्ञान विषय के रूप में पास करना होगा या किसी अन्य समान्य योग्यता को मान्यता प्राप्त बोर्ड से।
- उम्मीदवारों को अपने इंटरमीडिएट स्तर पर कम से कम 55% अग्रेगेट अंक प्राप्त करने चाहिए।
बीईएमएस कितने साल का कोर्स है? (BEMS Course Duration)
बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो-होम्योपैथी मेडिसिन और सर्जरी (BEMS) कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है। इसके अंत में 6 महीने की इंटर्नशिप ट्रेनिंग की जाती है। शुरुआत के 4 वर्ष में एकेडमिक पाठ्यक्रम पूरा करना होता है।
कॉलेज की एकेडमिक पढ़ाई पूरी करने के पश्चात अनुभव हेतु 6 महीने का इंटर्नशिप ट्रेनिंग करना अनिवार्य है। जब तक आप यह 6 महीने की इंटर्नशिप ट्रेनिंग पूरी नहीं कर लेते हैं, तब तक आपको सभी परीक्षाएं पास कर लेने के बावजूद भी सर्टिफिकेट नहीं दिया जाता है।
ऐसा कहा जा सकता है कि अगर कोई विद्यार्थी बिना किसी परीक्षा में असफल हुए इस कोर्स को करता है, तो वह कम से कम 4.5 वर्षों में इस कोर्स को पूरा कर सकता है।
बीईएमएस की फीस कितनी होती है? (BEMS Course Fee)
दोस्तो BEMS Course Fee हर कॉलेज में अलग-अलग होता है, हर कॉलेज की फीस एक बराबर नही होती है, इसलिए इस कोर्स की फीस एक दम सही बताना तो मुशकिल है लेकिन हम आपको एक अनुमान बता देते हैं , इसके माध्यम से आपको पता चल जाएगा कि इस कोर्स की कितनी फीस होती है।
यह फीस पूरी तरह से कॉलेज के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं, शिक्षा के स्तर, और कॉलेज के पाठ्यक्रम पर आधारित होती है। औसत के अनुसार बात की जाए तो BEMS Course Fees लगभग ₹40,000 से ₹1,50,000 तक होती है।
कुछ कॉलेज ऐसे भी होते हैं जिनमें BEMS कोर्स फीस ₹40,000 से भी कम होती है, जबकि कुछ प्रतिष्ठित कॉलेज जो उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए प्रसिद्ध होते हैं, उनमें BEMS कोर्स फीस ₹1,50,000 से भी अधिक होती है।
फीस से संबंधित जानकारी के लिए विद्यार्थियों से अनुरोध है कि वे कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर या कॉलेज कैंपस में विजिट करके इस जरूरी जानकारी को प्राप्त करें।
बीईएमएस कोर्स फीस से संबंधित जानकारी के पश्चात अब आगे इस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले विषयों के बारे में जानना आवश्यक है।
BEMS Syllabus in Hindi
बीईएमएस (BEMS) कोर्स का सिलेबस हर कॉलेज में अलग-अलग होता है। हर कॉलेज अपने स्तर पर पाठ्यक्रम उपलब्ध कराता है।
BEMS Syllabus के अंतर्गत आने वाले विषय लगभग सभी कॉलेज में एक जैसे ही होते हैं, जबकि इनके नामों में थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है। विषयों के नाम कॉलेज अपने अनुसार निर्धारित करते हैं।
इन विषयों के बीच पढ़ाया जाने वाला पाठ्यक्रम लगभग एक जैसा होता है। यहां एक उदाहरण दिया गया है जिसमें बीएमएस सिलेबस का वार्षिक सेमेस्टर के अनुसार विवरण है:
BEMS First Year Syllabus
- एनाटॉमी -1
- शरीर क्रिया विज्ञान -1
- भोजन और स्वच्छता
- इलेक्ट्रो-होम्योपैथी-फार्मेसी
BEMS Second Year Syllabus
- एनाटॉमी -2
- शरीर क्रिया विज्ञान -2
- इलेक्ट्रो-होम्योपैथी (मटेरिया-मेडिका)
- विकृति विज्ञान
BEMS Third-Year Syllabus
- इलेक्ट्रो-होम्योपैथी और चिकित्सा का अभ्यास – 1
- स्त्री रोग
- ई.एन.टी.
- नेत्र विज्ञान
BEMS Fourth Year Syllabus
- इलेक्ट्रो-होम्योपैथी और चिकित्सा का अभ्यास -2
- शल्य चिकित्सा
- चिकित्सा न्यायशास्त्र
- बाल रोग और प्रसूति
बीईएमएस कोर्स करने के फायदे
बीईएमएस (BEMS) कोर्स करने के फायदे:
- आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने का मौका: BEMS कोर्स करने के बाद आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकते हैं। इसके बाद आपको अच्छी सैलरी प्राप्त हो सकती है, जो 40,000 से 50,000 रुपए तक हो सकती है।
- अपना आयुर्वेदिक चिकित्सालय खोलें: यदि आप नौकरी नहीं करना चाहते हैं, तो आप अपना खुद का आयुर्वेदिक चिकित्सालय भी खोल सकते हैं।
- विभिन्न रोजगार के अवसर: आयुर्वेदिक निर्माता कंपनियों के बढ़ने से आयुर्वेदिक डॉक्टरों की मांग लगातार बढ़ रही है।
बीईएमएस कोर्स करने से आपको आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिल सकते हैं।
बीईएमएस कोर्स के बाद कौन सा कोर्स करें
बीईएमएस (BEMS) डिग्री करने के बाद जो विद्यार्थी रोजगार नहीं तलाशते हुए उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए अग्रिम पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए भी विभिन्न प्रकार के विकल्प उपलब्ध होते हैं। यहां कुछ प्रमुख कोर्स के नाम दिए गए हैं जो बीईएमएस डिग्री के पश्चात किए जा सकते हैं:
- डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी इलेक्ट्रो होम्योपैथी): इस कोर्स को करने के बाद आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकते हैं और अच्छी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं।
- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी होम्योपैथी): यदि आप अध्ययन के शौकीन हैं, तो आप डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी कोर्स कर सकते हैं।
- डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी होम्योपैथी): इस कोर्स को करने के बाद आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकते हैं और अच्छी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं।
- होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (PGDHMS): यदि आप विशेषज्ञ बनना चाहते हैं, तो आप इस कोर्स को कर सकते हैं।
- डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी प्रैक्टिस ऑफ मेडिसिन होम्योपैथी): इस कोर्स को करने के बाद आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकते हैं और अच्छी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं।
इन कोर्सों के पश्चात आपको आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिल सकते हैं।
Top Colleges for BEMS Course in India
हमने निचे Top Colleges for BEMS Course in India की सूची दे रखी है।
- Karunya Medical College of Electropathy (KMCE), Kanyakumari: यहां BEMS की पढ़ाई की जा सकती है।
- Punjab Medical Institute and Hospital of Electropathy (PMIHE), Jalandhar: यहां भी BEMS कोर्स उपलब्ध है।
- Shri JC Bose Medical Institute and Hospital of Electropathy (SJCBMIHE), Jaipur-Rajasthan: इस कॉलेज में भी BEMS कोर्स उपलब्ध है।
- Haryana Medical Institute, Hisar: यहां भी BEMS कोर्स उपलब्ध है।
- National Institute of Electro-Homeopathy Medical Science (NIEMS), New Delhi: इस कॉलेज में भी BEMS कोर्स उपलब्ध है।
FAQs
बीईएमएस (BEMS) कोर्स के बारे में कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर निम्नलिखित हैं:
BEMS कोर्स की अवधि क्या है?
BEMS कोर्स की अवधि 4 वर्ष 6 महीने की होती है, जिसमें 4 वर्ष की पढ़ाई और 6 महीने का इंटर्नशिप शामिल होता है।
BEMS कोर्स के सिलेबस में क्या-क्या शामिल होता है?
BEMS के सिलेबस में निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं: Anatomy, Physiology, Biochemistry, Pathology, Microbiology, Pharmacology, Surgery, और Medicine.
BEMS कोर्स के बाद कैरियर के विकल्प क्या हैं?
BEMS कोर्स के बाद आप इलेक्ट्रोहोम्योपैथी डॉक्टर और सर्जन के रूप में प्रैक्टिस कर सकते हैं।
BEMS कोर्स के लिए प्रवेश के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
BEMS कोर्स के लिए आपको 10+2 परीक्षा में भौतिक विज्ञान (Physics, Chemistry, Biology) के साथ पास होना चाहिए।
BEMS कोर्स की फीस क्या होती है?
BEMS कोर्स की फीस कॉलेज के आधार पर भिन्न हो सकती है, जो आमतौर पर वर्षिक INR 40,000 से INR 1,50,000 के बीच होती है।
यह कोर्स आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।